Saturday, 25 January 2014

अब ऑनलाइन करे हरिद्वार में किसी जरूरतमंद को दान

देश में मंहगाई जिस तेजी से बढ़ रही है उसी तेजी से उन लोगो की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है जो अपना और अपने बच्चो का पेट पालने के लिए दिन रात मजदूरी करते है कभी कभी तो ऐसे लोगो को भीग तक मंगनी पड़ती है हमारे हरिद्वार में हरकी पोड़ी पर हजारो की संख्या में भिखारी मोजूद है जो सडक पर ही मांग कर खाते है और वही पड़कर सो जाते है कुछ भिखारियों ने तो अपनी झोपडिया बनाई हुई है लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जिन्हें सर छुपाने के लिए कोई जगह नहीं मिलती वो लोग सडक पर ही सोते है चाहे सर्दी हो या गर्मी उन लोगो का एक ही ठिकाना होता है सडक


 हमारे हरिद्वार में बहुत से ऐसे दानवीर भी आते है जिनके पास बहुत दोलत होती है थोड़े बहुत पैसे वो हरिद्वार में आकर उन भिखारियों को देते है जो हरकी पोड़ी पर रहते है और साथ ही साथ उन लोगो को भोजन भी करवाते है जो सडक किनारे बेठ कर भीग मांगते है ऐसे लोगो की इतनी श्रद्धा देखकर अच्छा लगता है वो लोग तो अपने हिसाब से उन लोगो क़ी हेल्प कर देते है जो सडक किनारे बेठे होते है लेकिन कुछ लोग ऐस भी होते है जिन तक उनकी हेल्प नहीं पहुच पाती

 मै हरिद्वार में ही पैदा हुवा हु तो मुझे यहाँ के हर माहोल का पता है हरकी पोड़ी पर भीग मागने वालो ने तो भीग मागना एक व्यपार सा बना लिया है कुछ ओरते तो ऐसी है जो बच्चे पैदा कर कर के उन्हें हरकी पोड़ी जेसे तीर्थ स्थान पर भीग मागने के लिए छोड़ देती है और आदमी पुरे दिन भीग मागने के बाद रात को शराब पी लेते है शुबह फिर से भीग मांगना शुरू कर देते है जब कोई दानवीर इन भिखारियों को दान नहीं देता तो ये भिखारी उन दानवीरों को गालिया तक दे देते है आज के टाइम में माहोल इतना खराब हो गया है जिसके बारे में सोचने मात्र से ही मन खराब हो जाता है दानवीर लोग तो हर साल करोडो रूपये का दान कर देते है लेकिन उन का दान जरूरत मंद लोगो तक नहीं पहुच पाता

 ये पोस्ट मैंने सिर्फ उन लोगो के लिए लिखी है जो बहुत पैसा कमाते है और अपना कुछ पैसा हरिद्वार में ऐसे लोगो को दान करना चाहते है जिन्हें सच में खूब रूपये की जरूरत है आपके द्वारा दिए गये रूपये से कोई अपनी लडकी की शादी कर सकता है कोई अपने ऊपर चढ़े कर्ज को उतार सकता है कोई अपनी बीमारियों का इलाज भी करवा सकता है

 इस जन्म में किये गये पूण्य कर्म ही हमारे अगले जन्म में काम आयेंगे कुछ कर्म ऐसे होते है जिनका फल हमे तुरंत नहीं मिलता इसलिए ऐसे कर्म फल ना देने तक हमारे जीवन खाते में जमा रहते है जेसे कि राजा दशरथ द्वारा श्रवण का वध होने पर उसके माता पिता ने अपने पुत्र विरह में मरते मरते राजा को श्राप दिया - तेरी म्रत्यु भी अपने पुत्र विरह में हो परन्तु राजा दशरथ को अपने इस कर्म का तत्काल फल मिलना मुस्किल ही नहीं अपितु असंभव था क्युकी रजा को कोई पुत्र ना था फलस्वरूप वह कर्म राजा के संचित कर्म में जमा हो गया फल समय आने पर राजा को चार पुत्र हुवे बड़े होने पर उनके विवाह हुवे तथा पुत्र श्रीराम जी के राज्यभिषेक का दिन भी निश्चित हो गया किन्तु इस शुभ घड़ी के आने से पहले ही राजा दशरथ को उनका संचित कर्म जो अब पक चूका था अपना फल देने को तेयार था अत श्रीराम जी को राज्यभिषेक के बदले चौदह वर्ष के लिए वनवास जाना पड़ा और उनके विरह में राजा को अपना शारीर त्यागना ही पड़ा इस तरह राजा दशरथ को अपने उन कर्मो का फल मिला जो उन्होंने किये थे

कर्म का सिधांत अटल है जो जेसा बोता है वह वेसा ही काटता है जो जैसा करता है वेसा ही फल पाता है इस जन्म में किये गये पुण्ये कर्म ही हमारा अगला जन्म तय करते है अगर आपके पास इतना पैसा है की किसी गरीब की हेल्प करने पर उसमे कोई कमी नहीं आएगी तो आप मेरे द्वारा वो पैसा उन गरीबो तक पंहुचा सकते हो आप चाहे तो ऑनलाइन रूपये भी ट्रांसवर कर सकते हो चाहे तो चेक बना कर भी मेरे पास भेज सकते हो अगर आप गुप्त दान करना चाहते हो तो रूपये कोरियर के द्वारा भी भेज सकते हो आपके द्वारा दिए गये रूपये उन जरूरत मंदों तक पहुचाए जायेंगे जिन्हें सच में आपके द्वारा दिए गये रूपये की जरूरत है लेकिन आपके द्वारा दिए गये रूपये इतने होने चाहिए की कोई गरीब अपने एक महीने का राशन चला सके या कोई अपनी लडकी की शादी करवा सके अगर आप मेरे द्वारा किसी गरीब तक रूपये पहुचवाना चाहते हो तो आपके रूपये भी गुप्त रूप से ही किसी गरीब के घर तक पहुचवाऊंगा ताकि उसके दिल से निकली दुवा सीधे आपको लगे आप चाहे तो अपने शहर में भी ऐसे ही किसी गरीब की हेल्प कर सकते हो जिहने सच में आपके पैसों की जरूरत है

अगर आप हरिद्वार में किसी गरीब क़ी हेल्प करना चाह्ते है तो सिधे मरी मेल आईडी पर सम्पर्क कर सकते है मेरी मेल आईडी है spdsp0@gmail.com

नोट- आप दान तब ही करे जब आपको लगे कि आपके द्वारा दिए गये दान से आपकी पूंजी पर कोई कमी नहीं आएगी और ना ही आपके परिवार को दिए गये दान से कोई नुकसान होगा तब ही आप् दान देने का फेसला ले कही आप लोगो के दान के चक्कर में और जरूरत मंद लोगो की हेल्प करने के चक्कर में मेरे खुद के कर्म ना बिगड़ जाए बहुत सोच समझ कर दान करे  

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